Tuesday, April 10, 2018

ADHAAR CARD नंबर की जगह वर्चुअल ID नंबर का हो सकेगा इस्तेमाल

     ADHAAR CARD AUTHENTICATION FOR
                     VIRTUAL I'D (VID)



आधार कार्ड भारत सरकार द्वारा भारत के नागरिकों को जारी किया जाने वाला पहचान पत्र है। इसमें 12 अंकों की एक विशिष्ट संख्या छपी होती है जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (भा.वि.प.प्रा.) जारी करता है। यह संख्या, भारत में कहीं भी, व्यक्ति की पहचान और पते का प्रमाण होगा। प्रत्येक व्यक्ति केवल एक बार नामांकन करवा सकता है। नामांकन निशुल्क है। आधार कार्ड एक पहचान पत्र मात्र है तथा यह नागरिकता का प्रमाणपत्र नहीं है।


भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआइडीएआई) ने बहुप्रतीक्षित वर्चुअल आइडी का बीटा वर्जन जारी कर दिया है। प्राधिकरण पहले ही कह चुका है कि सत्यापन के उद्देश्य से सेवा प्रदाताओं के लिए एक जून, 2018 से आधार नंबर के स्थान पर इसे स्वीकार करना अनिवार्य होगा। साफ है कि अब अब कई सुविधाओं का लाभ उठाने के लिए आधार नंबर नहीं देना होगा।
निजता संबंधी चिंताओं को दूर करने के लिए यूआइडीएआइ ने जनवरी में वर्चुअल आइडी की अवधारणा पेश करने का एलान किया था। सरल शब्दों में कहें तो इस नए फीचर से आधार धारक को प्रमाणीकरण और सत्यापन के लिए 12 अंकों का अपना आधार नंबर बताने की बजाय सिर्फ 16 अंकों का वर्चुअल आइडी (वीआइडी) नंबर ही बताना होगा। यूआइडीएआइ के मुताबिक, यूजर अपनी वीआइडी खुद ही जनरेट कर सकेंगे।
क्या है वीआईडी
आधार वर्चुअल आइडी एक तरह का अस्थायी नंबर है। इस नंबर को आधार का क्लोन कहा जाए तो यह गलत नहीं होगा। इसमें कुछ ही विवरण होंगे। अगर किसी को कहीं अपने आधार का विवरण देना है तो वह आधार नंबर की जगह वीआइडी नंबर दे सकता है।
कहां से जनरेट होगा वीआईडी
आधार वर्चुअल आइडी को सिर्फ यूआइडीएआई के पोर्टल से ही जनरेट किया जा सकता है। यह एक डिजिटल आइडी होगी। आधार धारक इसे कई बार जनरेट कर सकते हैं। वीआइडी की वैधता सिर्फ एक दिन के लिए ही होगी। इसका मतलब हुआ कि एक दिन बाद आधार धारक इस वर्चुअल आधार आइडी को फिर से जनरेट कर सकता है।
ऐसे जनरेट करें वीआईडी
- वीआइडी जनरेट करने के लिए यूआइडीएआइ के होमपेज पर जाएं।
- अब अपना आधार नंबर डालें। इसके बाद सिक्योरिटी कोड डालें और सेंड ओटीपी पर क्लिक कर दें।
- जिस मोबाइल नंबर से आपका आधार रजिस्टर्ड होगा, उसी मोबाइल नंबर पर आपको ओटीपी भेजी जाएगी।
- ओटीपी डालने के बाद आपको नई वीआइडी जनरेट करने का विकल्प मिल जाएगा।
- जब यह जनरेट हो जाएगी तो आपके मोबाइल पर आपकी वर्चुअल आईडी भेज दी जाएगी। यानी 16 अंकों का नंबर आ जाएगा।
वीआईडी से क्या होगा
- यह आपको सत्यापन के समय आधार नंबर को साझा नहीं करने का विकल्प देगी।
- वर्चुअल आइडी से नाम, पता और फोटोग्राफ जैसी कई चीजों का सत्यापन हो सकेगा।
- कोई यूजर जितनी चाहे, उतनी वर्चुअल आइडी जनरेट कर सकेगा।
- पुरानी आइडी अपने आप निरस्त हो जाएगी।
- अधिकृत एजेंसियों को आधार कार्ड धारक की ओर से वर्चुअल आइडी जनरेट करने की अनुमति नहीं होगी।



भारत सरकार ने हाल ही में आधार को मोबाइल नंबर के साथ लिंक करने की सुविधा दी है जिसकी शुरुआत 1 जनवरी 2018 से हो रही है। हालांकि ओटीपी आधारित आधार री-वेरिफिकेशन प्रोसेस को घोषणा काफी पहले की जा चुकी थी लेकिन तकनीकी दिक्कतों के कारण इस प्रोसेस को अब शुरू किया जा रहा है। अब सरकार ने खुद टेलिकॉम ऑपरेटर्स को बता दिया है की वो आधार के साथ मोबाइल लिंक करने के लिए तैयार हैं। 1 जनवरी से कोई भी मोबाइल यूजर मात्र एक ओटीपी से आधार के साथ अपने सिम नंबर को लिंक करा पाएगा।

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